इतिहास में पहली बार गांव कछवी से शुरू हुई पीआरटीसी बस सेवा, गांव में खुशी का माहौल...
पीआरटीसी के अनूठे और ऐतिहासिक फैसलों की हर जगह सराहना हो रही है। दरअसल, पहले पीआरटीसी की बस साहनीपुर, टांडा आदि कई गांवों से होते हुए पटियाला पहुंचती थी, अब नयी शूरआत अनुसार यह बस गांव कच्छवी से हो कर और अन्य गांवों से होते हुए पटियाला पहुंचेगी। ग्रामीणों के मुताबिक पास के गांव कछवी से बस नहीं गुजरने से यहां के लोग काफी दिनों से परेशान थे.
गांव कच्छवी के गुरविंदर सिंह लाली रहल और अन्य गांववासियों ने पीआरटीसी चेयरमैन रणजोध सिंह हड़ाना का धन्यवाद करते हुए कहा कि लंबे समय से अकाली और कांग्रेस सरकारें यहां की सीटों पर काबिज रही हैं लेकिन किसी ने भी गांव के इस खास मुद्दे की सुध लेना उचित नहीं समझा। नतीजतन, यहां की युवा लड़कियों और लड़कों को कॉलेजों तक पहुंचने के लिए पैदल या मोटरसाइकिल पर देवीगढ़ और आसपास के गांवों में जाना पड़ता था। जिससे बच्चों के माता-पिता काफी परेशान थे इतना ही नहीं, बल्कि ग्रामीणों को पटियाला जाने के लिए पास के गांव देवीगढ़ में आकर बस लेनी पड़ती थी, जिसके लिए कभी-कभी बारिश के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।
ग्रामीणों ने कहा कि चेयरमैन हड़ाना की उच्च सोच के कारण कच्छवी गांव तक बस पहुंचने से जहां कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को आसानी होगी, वहीं ग्रामीणों को पटियाला या अन्य क्षेत्रों में जाना के लिए मुश्किल नही होगा । इस मौके पर गांववासियों ने पीआरटीसी के चेयरमैन रणजोध सिंह हड़ाना का विशेष तौर पर धन्यवाद किया और इस समस्या का ध्यान रखने वाले गुरविंदर सिंह लाली रहल का भी धन्यवाद किया।
इस मौके पर जसवीर सिंह बिट्टू, धरमिंदर सिंह, जगप्रीत सिंह, अमरदीप सिंह, अमृत रहल सोपू, हरभजन सिंह, मिंदर सिंह, सरूप सिंह, गुरसेवक सिंह, लाभ सिंह, करम सिंह, सेवा सिंह, मेजर सिंह, गुरुमीत सिंह, किंडर सिंह उपस्थित थे
10 ਸਾਲਾਂ ਬੱਚੇ 'ਤੇ ਤਸ਼ੱਦਦ ਮਾਮਲੇ 'ਚ ਵੱਡਾ ਖੁਲਾਸਾ, ਬੱਚੇ ਦੇ ਅਸਲੀ ਪਿਤਾ ਨੇ ਹੀ 3.50 ਲੱਖ ਰੁਪਏ 'ਚ ਵੇਚਿਆ ਸੀ 'ਮਾਸੂਮ'
ਕੈਂਸਰ ਤੇ ਗੰਭੀਰ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀਆਂ ਇਹ ਦਵਾਈਆਂ ਹੋਣਗੀਆਂ ਸਸਤੀਆਂ, ਬਜਟ 'ਚ ਹੋਇਆ ਵੱਡਾ ਐਲਾਨ
ਦਿੱਲੀ 'ਚ ਪੋਲਿੰਗ ਬੂਥ 'ਤੇ ਲੱਗੀਆਂ ਵੋਟਰਾਂ ਦੀਆਂ ਕਤਾਰਾਂ, ਸਵੇਰੇ 9 ਵਜੇ ਤੱਕ ਹੋਈ 8.10 ਫੀਸਦੀ ਵੋਟਿੰਗ